Useful & Interesting Human Psychological Facts in hindi

10 Most Amazing & Useful Psychology Facts

दोस्तों क्या आपको पता है कि जो लोग खुद से बातें करते हैं उनके अंदर एक स्पेशल Quality होती है लेकिन क्या? अगर आपको यह नहीं पता तो आप ये जानते होंगे कि आपकी Signature आपकी पर्सनैलिटी के बारे में बहुत कुछ बताता है लेकिन कैसे? चलिए अगर आपको ये भी नहीं पता तो आप ये जानते होंगे कि ज्यादा टीवी देखने से हमारी खुशियां कम हो जाती है लेकिन क्यों? दोस्तों अगर आपको इन सब सवालों के जवाब नहीं पता तो आप बिल्कुल सही आर्टिकल पढ़ रहे हैं क्योंकि आज मैं आपको 10 ऐसे साइकोलॉजी फैक्ट बताऊँगा जिसे जानकर आप काफी हैरान हो जाएंगे।

तो स्वागत है दोस्तों आपका आपकी अपनी साइकोलॉजी फैक्ट्स की वेबसाइट 1aboutpsychology.com पर जहाँ पे आप फैक्ट्स को सिर्फ जानते या समझते नहीं बल्कि उसे फील करते हैं। तो चलिए शुरू करते है।

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10 Useful Psychology Facts About Human Psychology In Hindi

Human Psychology Fact Number 10

दोस्तों आपने कई बार दिल टूटने की बात कही और सुनी होगी और कई कविताएं और शायरियां भी पढ़ी होंगी। लेकिन क्या आप जानते हैं कि दिल टूटना सिर्फ एक इमोशनल पेन ही नहीं बल्कि एक दिल की बिमारी भी होती है जिसे साइंस की भाषा में ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम कहा जाता है। दोस्तों ये बिमारी हार्ट अटैक जैसी ही होती है इसलिए डॉक्टर इसे काफी सिरियस ले लेते है

ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम का सबसे बड़ा कारण है बॉडी में अचानक जरूरत से ज्यादा स्ट्रेस हार्मोन का रिलीज होना। और यह तभी होता है जब हमें अचानक कोई बहुत बड़ा Emotional Pain मिल जाता है।

जैसे की हमारे किसी बहुत खास का मर जाना या अचानक किसी से ब्रेकअप होना या फिर किसी से धोखा मिलना और इस सीरियस बिमारी को आप अपनी स्ट्रेस कंट्रोल करके ही खत्म कर सकते हैं। इसलिए दोस्तों कभी किसी पे इतना डिपेंड मत रहो कि उसके ना होने पे आपका दिल टूट जाए। और इस खतरनाक बिमारी का सामना आपको करना पड़े।

Human Psychology Fact Number 9

काम के बीच में छोटे ब्रेक्स: क्रिएटिविटी बढ़ाने का एक रास्ता या कोई कमजोरी?

दोस्तों जब भी आप कोई काम करने बैठते हैं तो आपने नोटिस किया होगा कि काम के बीच में आपको कुछ और करने का मन करने लगता है। जैसे की पढ़ाई करते वक्त कोई कॉमेडी, विडीओ देखने की इच्छा होना और हम में से कुछ लोग पढ़ाई छोड़ के मोबाइल चलाने लग जाते हैं। लेकिन दोस्तों क्या आप जानते हैं कि अगर इसे लिमिट में किया जाए तो ये हमारे लिए काफी फायदेमंद भी हो सकता है।

Infact आपने एक स्टडी में रिसर्चर ने ये पाया कि जो बच्चे अपने काम के बीच में ब्रेक लेके थोड़ा एन्जॉय करते थे। उन बच्चों के Ideas बच्चों के मुकाबले ज्यादा Creative थे। दरअसल दोस्तों भले ही प्रोक्रास्टिनेशन को बहुत गलत माना जाता हो,

लेकिन साइकोलॉजी के मुताबिक हमारा ब्रेन खुद को रिचार्ज करने और ज्यादा क्रिएटिव बनाने के लिए प्रोक्रैस्टिनेशन को एक टूल की तरह इस्तेमाल करता है। हालांकि जरूरत से ज्यादा ब्रेक लेने पे हमारी क्रिएटिविटी कम हो जाती है, इसलिए आप काम के बीच ब्रेक लीजिये। लेकिन एक लिमिट में।

Human Psychology Fact Number 8

आपके हस्ताक्षर के पीछे छुपे साइकोलॉजी के अनजाने फैक्ट्स

दोस्त तो आपके Signature करने के स्टाइल आपकी पर्सनैलिटी के बारे में बहुत कुछ बताता है। साइकोलॉजी के मुताबिक, अगर कोई Signature राइट साइड की तरफ झुकी है तो इसका मतलब साइन करने वाला पर्सन काफी सामाजिक हैं और वो आसानी से दोस्त बना सकता है।

लेकिन वहीं दूसरी तरफ अगर कोई Signature लिफ्ट साइड में झुकी है तो साइन करने वाला थोड़ा शर्मीला हो सकता है और उसे दूसरों का टेंशन पाने का कोई सौक नहीं होता।

Human Psychology Fact Number 7

जाने आपके Text message करने की आदत के बारे में । साइकोलॉजिकल फैक्ट

दोस्तों अगर आप फ़ोन कॉल से ज्यादा टैक्सट मैसेज करना पसंद करते हैं हो सकता है की आप एक इंट्रोवर्ट हो। दरअसल एक स्टडी के मुताबिक ज्यादातर इंट्रोवर्ट फ़ोन कॉल से नफरत करते हैं, क्योंकि उन्हें लगता है की फ़ोन कॉल्स में फालतू की बातें ज्यादा होती है। और क्यों की वो राइटिंग में अच्छे होते हैं इसलिए वो टेस्ट मैसेज करना ज्यादा पसंद करते हैं।

Human Psychology Fact Number 6

झूठ के पर्दे में छिपी बातों का सच कैसे पहचानें: साइकोलॉजी के अनुसार कैसे करे सवालों से झूठ की पहचान ?

दोस्तों आप वो अक्सर ऐसे लोग जरूर मिल जाते होंगे जो आपको अपनी झूठी कहानियों सुनाने लगते हैं। साइकोलॉजी के मुताबिक, जब भी आपको लगे की कोई आपको झूठी बातें बता रहा है तो आप तुरंत उससे छोटे छोटे सवाल पूछने लग जाइए।

जैसे की ये ऐसा क्यों हो गया है या ये कैसे हो गया है? वैसे ही सवाल बीच बीच में पूछ के उसे इंटरप्ट करते रहिये। अगर सामने वाला आपके सवालों में फंसने लगे या वो आपके सवालों को टालने लगे तो समझ जाइए कुछ तो गड़बड़ है यानी की वो वाकई में आपसे झूठ बोल रहा था।

Human Psychology Fact Number 5

जब कोई भी आपकी बातों को मानने से इंकार करे तो आजमाए यह तरीका

दोस्तों, कभी कभी ऐसा होता है कि हम अपनी बातें किसी को बताते तो है, लेकिन सामने वाला हमारी बातों पर यकीन नहीं करता। दोस्तों साइकोलॉजी के मुताबिक, जब भी आपके साथ ऐसा हो

तो आप तुरंत कोई रैन्डम डेटा उसको बताइए जैसे की ये एक रिसर्च है, स्टडी में साबित हो चुकी है या किसी scientist ने ये बात allready कही है पर अगर फिर भी यकीन नहीं हो रहा तो तुम गूगल सर्च करके देख सकते हो।

और इस तरह के डेटा अपनी बातों में शामिल करने से सामने वाला ना चाहते हुए भी आपकी बातों को यकीन कर लेगा। यहाँ तक कि अगर आपका डेटा गलत भी है तो भी वो पर्सन बिना इसे दोबारा चेक किये आपकी बातों को As it is मान लेगा। दोस्तों Fact में जाने से पहले मैं आपको बता दूँ कि 1aboutpsychology.com का इस्तेमाल बिल्कुल भी नहीं करता।

हमारे सभी फैक्ट, स्टडी और रिसर्च बेस्ट होते हैं और इसलिए आप भरोसे के साथ इस Website के Notifications Subscribe कर सकते हैं।

Human Psychology Fact Number 4

टीवी देखने की आदत से खुश नहीं, दुखी हो जाएंगे आप: एक रिसर्च के अनुसार

दोस्तों, अगर आपको देर तक टीवी देखने की आदत है तो इसे आज ही छोड़ दीजिये क्योंकि यूनिवर्सिटी ऑफ मैरीलैंड में हुए एक रिसर्च के मुताबिक जो लोग अपनी जिंदगी में खुश नहीं हैं वो उन लोगों के मुकाबले लगभग 30% ज्यादा टीवी देखते हैं। जो अपनी जिंदगी में बहुत खुश हैं। दरअसल ज्यादा टीवी देखने वाले लोग धीरे धीरे ये मानने लगते हैं कि टीवी से ही उन्हें खुशी मिलती है।

लेकिन एक्चुअल में टी वी उन्हें और दुखी बनाने लगती है। और रिसर्च मैं तो ये भी देखा गया कि जो लोग अपनी जिंदगी में बहुत खुश थे वो टीवी अक्सर कम देखते है बल्कि इसकी जगह वो अपना टाइम न्यूस पेपर या बुक को पढ़ने में ये लोगो से बात करने में या फिर धार्मिक पूजा पाठ करने में खर्च करते हैं।

Human Psychology Fact Number 3

अपनी बातो से कैसे किसी को भी Influence करे

दोस्तों अगर आप अपनी कोई जरूरी बात किसी पर्सन से शेयर करना चाहते हैं और आप चाहते हैं कि वो पर्सन आपकी बात हो और भावनाओं को सही से समझे

तो आप उसके सामने बैठ के उससे बात ना करें बल्कि इसकी जगह आप उसके साथ टहलते हुए बात करें। इससे संभावना है कि वो पर्सन आपकी बातो से बहुत जल्दी कन्विंस हो जाए।

Human Psychology Fact Number 2

गुस्सा करने के सिर्फ नुक्सान ही नहीं बल्कि फायदे भी है।

दोस्तों भले ही गुस्से को एक Negative इमोशन माना जाता हो लेकिन एक्चुअल में गुस्सा करने के काफी फायदे होते हैं। For example ये हमारे ब्रेन के लेफ्ट साइड को ऐक्टिव कर देता है और मज़े की बात तो ये है की ब्रेन के लेफ्ट साइड से कई पॉज़िटिव इमोशन जुड़े होते हैं, जिससे हमें किसी भी मुसीबत का सामना करने के लिए काफी मोटिवेशन मिलता है।

एक रिसर्च के मुताबिक अगर किसी प्रॉडक्ट से गुस्से को जोड़ दिया जाए तो लोग उस प्रॉडक्ट को खरीदना ज्यादा पसंद करते हैं। फॉर एग्जाम्पल अगर किसी दुकान में दो प्रोडक्ट्स हैं, जिनमें एक प्रॉडक्ट में न्यूट्रल फेस है और दूसरे में ऐंग्ग्री फेस है तो आपके ऐंग्री फेस वाले प्रोडक्ट्स को खरीदने की संभावना ज्यादा होती है।

Human Psychology Fact Number 1

दोस्तों खुद से बात करना बहोत काम लोगो की ही आदत होती है और बाकि के इन्हे पागल समझते है। लेकिन सच्चाई तो यह है की खुद से बाद करने वाले लोग क्रेजी नहीं बल्कि जीनियस होते है। साइकोलोजिस्ट Gary lupyan के द्वारा किये गए रिसर्च में यह खुलासा हुआ है की खुद से बात करने वालो के अंदर एक जीनियस छुपा होता है।

क्युकी Self talk से हमारी मेम्मोरी काफी Boost हो जाती है। और यह हमारी फोकस रहने में काफी मदद करता है। अगर आप खुद से पॉजिटिव बाते करते है तो आप बाकि लोगो से ज़्यादा मोटीवेट रहते है। और आप अपनी ज़िन्दगी में जो पाना चाहते है उसे आसानी से पा सकते है।

दोस्तों आप को यह आर्टिकल केसा लगा निचे कमेंट बॉक्स में ज़रूर बताइये और इसे अपने दोस्त के साथ शेयर करना ना भूले।  

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